Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद एयरपोर्ट पर आज सुबह एयर इंडिया के विमान में बड़ा हादसा टल गया। टेकऑफ के दौरान विमान की टेल (पिछला हिस्सा) टूट गई, और पूरे रनवे पर अफरा-तफरी मच गई।
विमान में उस समय कुल 238 यात्री सवार थे। गनीमत रही कि पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर विमान को रोक लिया, और कोई जानहानि नहीं हुई।
क्या हुआ हादसे के दौरान?
घटना सुबह 6:45 बजे की है, जब एयर इंडिया का फ्लाइट AI-112 अहमदाबाद से दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाला था। जैसे ही विमान रनवे पर रफ्तार पकड़ रहा था, अचानक यात्रियों को तेज झटका और कंपन महसूस हुआ।
पायलट ने फौरन रफ्तार कम कर ब्रेक लगाए और कंट्रोल रूम को अलर्ट किया। जांच में पाया गया कि विमान की टेल (Tail Unit) को भारी नुकसान हुआ है।
DGCA अधिकारी के अनुसार:
“अगर विमान उड़ चुका होता, तो यह बड़ा हादसा बन सकता था। ब्रेक लगाना सही समय पर हुआ।”
क्या होता है टेल ब्रेक और यह क्यों गंभीर होता है?
विमान की टेल सेक्शन यानी पिछला हिस्सा, फ्लाइट की स्टेबिलिटी और कंट्रोल में अहम भूमिका निभाता है। अगर इसमें दरार या टूट-फूट होती है, तो:
- विमान असंतुलित हो सकता है
- टेकऑफ या लैंडिंग के दौरान विफलता आ सकती है
- केबिन प्रेशर और कंट्रोल सिस्टम पर असर पड़ता है
इसलिए इस तरह की टेल डैमेज को एविएशन में ‘मेजर टेक्निकल फॉल्ट’ माना जाता है।
DGCA ने शुरू की जांच
हादसे के तुरंत बाद DGCA (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) की टीम एयरपोर्ट पर पहुंची और विमान की जांच शुरू की। अब तक की जांच से संकेत मिला है कि:
- पिछले मेंटेनेंस के दौरान कोई गड़बड़ी रह गई थी
- टेल एरिया में हेयरलाइन क्रैक था जो उड़ान के समय एक्टिव हो गया
एक एविएशन एक्सपर्ट का कहना है:
“ऐसे फॉल्ट आमतौर पर विजुअल चेक से नहीं पकड़े जाते, डीप स्कैनिंग ज़रूरी होती है।”
यात्रियों की स्थिति और प्रतिक्रिया
विमान में मौजूद यात्रियों को वापस टर्मिनल पर लाया गया और उन्हें नाश्ता और मेडिकल चेकअप की सुविधा दी गई।
एक यात्री ने बताया:
“वो झटका इतना ज़ोर का था कि हमें लगा टायर फट गया होगा, लेकिन जब स्टाफ ने बताया कि टेल डैमेज हुआ है, तब डर और बढ़ गया।”
कुछ यात्रियों ने एयर इंडिया की लापरवाही को लेकर नाराज़गी जताई और सोशल मीडिया पर #AirIndiaTrending करने लगे।
एयर इंडिया का आधिकारिक बयान
एयर इंडिया की ओर से जारी बयान में कहा गया:
“हम यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं। पायलट ने साहसिक निर्णय लिया और इमरजेंसी ब्रेक लगाकर बड़ा हादसा टाल दिया।”
साथ ही, सभी यात्रियों को दूसरी फ्लाइट से भेजने की व्यवस्था की जा रही है।
क्या होता अगर विमान उड़ जाता?
यदि यह फॉल्ट टेकऑफ के बाद सामने आता:
- तो विमान की इन-फ्लाइट स्टेबिलिटी बिगड़ सकती थी
- संभव था कि आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ती
- यात्रियों की जान को गंभीर खतरा हो सकता था
इसलिए DGCA ने एयर इंडिया समेत अन्य ऑपरेटर्स को सख्त निर्देश जारी किए हैं कि वे सभी विमानों की अतिरिक्त टेक्निकल स्कैनिंग करें।
पिछली घटनाएं जो याद दिलाती हैं कि सतर्कता ज़रूरी है
भारत और दुनिया में पहले भी ऐसे घटनाएं हो चुकी हैं:
- 2017: GoAir की फ्लाइट का लैंडिंग गियर फेल
- 2020: Kozhikode में एयर इंडिया एक्सप्रेस का रनवे से फिसलना
- 2023: Indigo की फ्लाइट में प्रेसर लॉस
ये सभी घटनाएं दिखाती हैं कि हर फ्लाइट एक बड़ी ज़िम्मेदारी के साथ आती है, जहां एक चूक भी भारी पड़ सकती है।
निष्कर्ष
आज अहमदाबाद एयरपोर्ट पर जो हुआ, वह चेतावनी है। एक मामूली सी गड़बड़ी, 238 जिंदगियों को खतरे में डाल सकती थी। गनीमत है कि पायलट की समझदारी और रेगुलेटर्स की तत्परता ने स्थिति को संभाल लिया।
अब जरूरत है कि हर विमान की जांच में सिर्फ कागजी प्रक्रिया ही नहीं, बल्कि गहरी निगरानी और टेक्निकल ट्रेसिंग भी हो।
FAQs (Keyword: एयर इंडिया विमान हादसा)
1. एयर इंडिया की किस फ्लाइट में टेल डैमेज हुआ?
→ फ्लाइट AI-112, अहमदाबाद से दिल्ली जा रही थी।
2. कितने यात्री सवार थे?
→ 238 यात्री थे, सभी सुरक्षित हैं।
3. हादसा कैसे टला?
→ पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर विमान को रोका।
4. टेल ब्रेक कितना खतरनाक होता है?
→ इससे विमान की स्टेबिलिटी और सुरक्षा गंभीर रूप से प्रभावित होती है।
5. क्या जांच के आदेश दिए गए हैं?
→ हां, DGCA की टीम जांच कर रही है और सभी फ्लाइट्स की विशेष स्कैनिंग की जा रही है।


मनोज कुमार खबरों की दुनिया में विविधता लाते हैं। वे बॉलीवुड, क्रिकेट, वेब सीरीज, सोशल मीडिया ट्रेंड्स और वायरल घटनाओं की रिपोर्टिंग करते हैं। मनोरंजक शैली और तथ्यात्मक कंटेंट से वे पाठकों को हमेशा जोड़े रखते हैं।
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