Education Loan For MD: MD करने का सपना है? मेहनत अपनी जगह है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल वहीं आकर अटकता है — पैसे कहां से आएंगे? प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में फीस लाखों में होती है। सिर्फ एडमिशन नहीं, हॉस्टल, किताबें, रहन-सहन… सब मिलाकर जेब पर काफी भारी पड़ता है।
ऐसे में एजुकेशन लोन ही वो सहारा बनता है जिस पर भरोसा किया जा सकता है। अब सवाल ये कि लोन कैसे लें? कौन-कौन से पेपर लगेंगे? ब्याज दरें कितनी होंगी? और पढ़ाई पूरी होने के बाद इसे चुकाने का तरीका क्या होगा?
इस लेख में, हम इन्हीं बातों को आसान भाषा में समझाने की कोशिश करेंगे।
MD कोर्स की लागत कितनी होती है?
भारत में MD की पढ़ाई सस्ती तो कतई नहीं है — और फीस? कॉलेज बदलते ही उसका अंदाज़ा भी बदल जाता है। कहीं 10 लाख, तो कहीं उससे भी ज्यादा। सब कुछ इस पर टिका है कि आप कहां से पढ़ना चाह रहे हैं।
प्रकार | अनुमानित फीस (सालाना) |
---|---|
सरकारी कॉलेज | ₹50,000 – ₹2 लाख |
प्राइवेट कॉलेज | ₹10 लाख – ₹25 लाख |
इसके अलावा हॉस्टल फीस, किताबें, क्लिनिकल ट्रेवल, प्रैक्टिकल्स आदि के लिए अलग खर्च भी होता है।
किन बैंकों से मिल सकता है एजुकेशन लोन?
भारत के लगभग सभी बड़े बैंक और NBFC एजुकेशन लोन उपलब्ध कराते हैं। कुछ प्रमुख विकल्प:
- SBI Student Loan Scheme
- HDFC Credila Education Loan
- ICICI Education Loan
- Axis Bank Education Loan
- Bank of Baroda Gyan Mudra
एक बात जो कम लोग जानते हैं — कुछ बैंक ऐसे भी हैं जो बिना को-एप्लिकेंट और बिना किसी सिक्योरिटी के भी एजुकेशन लोन दे देते हैं। हां, सही सुना आपने! बस शर्तें थोड़ी सख्त हो सकती हैं, लेकिन ऐसा ऑप्शन मौजूद है।
एजुकेशन लोन के लिए ज़रूरी डॉक्युमेंट्स
लोन के लिए आवेदन करते समय आपको ये डॉक्युमेंट्स देने होंगे:
- कॉलेज से एडमिशन लेटर
- फीस स्ट्रक्चर
- पिछले शिक्षा प्रमाणपत्र
- पहचान पत्र (आधार/पैन)
- इनकम प्रूफ (को-एप्लिकेंट के लिए)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक स्टेटमेंट (3–6 महीने)
ब्याज दर और लोन अमाउंट
बैंक का नाम | ब्याज दर (2025) | अधिकतम लोन |
---|---|---|
SBI | 8.75% – 10.5% | ₹50 लाख तक |
HDFC Credila | 10% – 13% | ₹60 लाख तक |
ICICI | 10.5% – 12.5% | ₹40 लाख तक |
Axis Bank | 9% – 12.75% | ₹30 लाख तक |
अगर आप सरकारी कॉलेज में MD कर रहे हैं, तो आपके लिए एक हल्की-सी राहत की बात है — यहां एजुकेशन लोन पर ब्याज दर थोड़ी कम होती है। प्राइवेट कॉलेज वालों के मुकाबले थोड़ा फायदा मिल जाता है, कम से कम इसी मोर्चे पर।
रीपेमेंट कैसे करें?
अच्छी बात ये है कि एजुकेशन लोन में EMI फौरन शुरू नहीं होती। पहले पढ़ाई करो, कोर्स पूरा करो — फिर भी 6 महीने का वक्त और मिलता है सोचने-संभलने के लिए। इसे मॉरिटोरियम पीरियड कहते हैं। उसके बाद धीरे-धीरे किस्तें चुकानी शुरू होती हैं।
Repayment के मुख्य बिंदु:
- कोर्स की अवधि + 6–12 महीनों का ग्रेस पीरियड
- EMI अवधि: 5–15 साल तक
- समय से भुगतान करने पर ब्याज में छूट
- टैक्स में छूट: सेक्शन 80E के तहत ब्याज पर टैक्स बेनिफिट
क्या एजुकेशन लोन पर सब्सिडी मिलती है?
हाँ, ये बात कम ही लोग जानते हैं — भारत सरकार की Padho Pardesh Yojana या Credit Guarantee Fund Scheme जैसे कुछ प्रोग्राम ऐसे हैं जो आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को ब्याज में सब्सिडी देते हैं।
अगर आप इस कैटेगरी में आते हैं, तो लोन लेते वक़्त इस सब्सिडी ऑप्शन को ज़रूर देखिए। थोड़ा कागज़ी झंझट ज़रूर होगा, लेकिन इससे EMI की मार थोड़ी कम लगती है — और वही बड़ा फर्क बना देती है।
Expert Tip (विश्वास बढ़ाने के लिए)
अगर आपका सपना है विदेश जाकर MD करना, तो ये जान लें — कुछ बैंक ऐसे हैं जो इंटरनेशनल यूनिवर्सिटीज़ के लिए भी एजुकेशन लोन देते हैं। हां, मिल जाता है! बस एक बात का ध्यान ज़रूरी है — जिस कॉलेज में जा रहे हैं, वो AICTE या MCI जैसी अथॉरिटी से मान्यता प्राप्त हो। नहीं तो लोन का प्रोसेस बीच में अटक सकता है.
FAQs — MD के लिए एजुकेशन लोन
1. MD के लिए कितना एजुकेशन लोन मिल सकता है?
→ बैंक ₹30 लाख से ₹60 लाख तक दे सकते हैं।
2. क्या एजुकेशन लोन में ब्याज दर फिक्स होती है?
→ नहीं, यह फ्लोटिंग होती है और बैंक के अनुसार बदलती है।
3. क्या को-एप्लिकेंट जरूरी होता है?
→ अधिकतर मामलों में हाँ, खासकर बड़ी राशि के लिए।
4. EMI कब से शुरू होती है?
→ कोर्स खत्म होने के बाद 6–12 महीने के भीतर।
5. क्या एजुकेशन लोन पर टैक्स छूट मिलती है?
→ हाँ, सेक्शन 80E के तहत ब्याज पर टैक्स छूट मिलती है।
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अंकित झा शिक्षा और करियर क्षेत्र में अनुभवी रिपोर्टर हैं। JEE, NEET, UPSC जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं, सरकारी भर्तियों और शैक्षणिक परिणामों की सटीक जानकारी देने में माहिर हैं। वे युवाओं को सही और समय पर जानकारी देकर मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।